रविवार, 20 सितंबर 2009

इतिहास बोध और शोध

संदर्भ : जसवंत सिंह की पुस्तक
इतिहास के बारे में जो हमें ग़लत जानकारी है। तो इतिहास शोध होना आवश्यक है ताकि हमें सही जानकारी मिले, इतिहास का सही बोध हो सके । चर्चिल के अनुसार " जितना संभव हो सके इतिहास को झांको" इतिहास बोध इक प्रकार से आन्तरिक ऊर्जा का कार्य करती है। इतिहास में घटित श्रेष्ठ घटना हमारी आन्तरिक ऊर्जा को उत्साह के साथ कार्य करने को प्रेरित करती है। भारत का यदि इतिहास बोध होता है भारतीय के मन को अच्छे कार्य करने को प्रेरित करेगी । लेकिन जिस इतिहास बोध से हमें भारत के नवनिर्माण में किसी प्रकार का लाभ ना हो उस इतिहास बोध से क्या लाभ । जिस इतिहास बोध से , हमारी आंतरिक ऊर्जा को कार्य करने को प्रेरित नही करेगी उस इतिहास बोध से क्या लाभ है। जसवंत सिंह ने जो इतिहास बोध कराया है उस इतिहास बोध से क्या भारत के नवनिर्माण में किसी प्रकार का लाभ होगा ? क्या हमारी आन्तरिक ऊर्जा प्रेरित होगी ? इन प्रश्नों का उत्तर है। "नही" । तो फिर इस तरह के इतिहास बोध क्या आवस्यकता है। भाजपा को इस द्वंद युद्घ से निकलना चाहिए .

1 टिप्पणी:

  1. वर्तमान की सही जानकारी ही नहीं मिल पा रही .. तो इतिहास की सही जानकारी की उम्‍मीद लगाए बैठे हैं आप !!

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